CSK vs RCB मैच के दौरान टाटा आईपीएल 2024 में नए नियम लागू होंगे जो की मैच को और भी ज्यादा रोमांचक बनायेंगे

CSK vs RCB : टाटा आईपीएल 2022 की शुरुआत 22 मार्च से होनी है और 22 मार्च को सीएसके और आरसीबी के बीच पहला मैच खेला जाएगा, से साल 2024 में खेली जाने वाली इंडियन प्रीमियर लीग का यह 70 वन सीजन है और इस बार टाटा आईपीएल 2024 में आपको दो नए नियम देखने को मिलेंगे

आज के इस शानदार पोस्ट में हम आपको टाटा आईपीएल 2024 में लागू होने वाले दो नियम नए नियमों के बारे में जानकारी देंगे, इन दोनों नियमों की मदद से अंपायर और गेंदबाजों को काफी ज्यादा राहत मिलने वाली है

आईपीएल के इस 17 वें सीजन में दो नए नियम लागू किए जाएंगे जिससे कि आपको बहुत ही रोमांचक मैच देखने को मिलेंगे, इन नए नियमों की बदौलत इस बार मैच काफी इंटरेस्टिंग होंगे, आई तो आगे इस पोस्ट में जानते हैं कि कौन से है वे नियम

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आईपीएल 2024 में गेंदबाजों के लिए बाउंसर और अंपायरों के लिए स्मार्ट रिव्यू सिस्टम नाम के दो नए नियम लागू किए जाएंगे इन नियमों की मदद से गेंदबाज और अंपायर दोनों को ही काफी मदद मिलने वाली है और हमने आगे इस पोस्ट में इन दोनों ही नियमों के बारे में आपको विस्तार से जानकारी दी है

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अब गेंदबाज एक ही ओवर में फेंक सकेंगे दो बाउंसर

CSK vs RCB : आईपीएल के इस 17 वें सीजन में नए नियमों के कारण इस बार गेंदबाजों को गेंदबाजी करते हुए काफी ज्यादा आनंद आने वाला है, हमेशा से चलते आ रहे नियमों के मुकाबले में इस बार गेंदबाज एक ही ओवर में दो बाउंसर बॉल डाल सकेंगे, जैसा कि हम सभी को पता ही है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक ओवर में केवल एक ही बाउंसर फेंकने की अनुमती होती है

लेकिन इस बार आईपीएल में इस नियम में बदलाव किया गया है, अब गेंदबाजों को एक ओवर में दो बाउंसर फेंकने की इजाजत होगी, इससे पहले इस नियम का इस्तेमाल भारत के भारत के घरेलू T20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में किया जा चुका है, इस नियम के कारण मैच करो मार्च काफी हद तक बढ़ जाएगा

आईपीएल में लागू होगा स्मार्ट रिव्यू सिस्टम

CSK vs RCB : इस बार आईपीएल में सबसे चर्चित नियम स्मार्ट रिव्यू सिस्टम लागू किया जाएगा. ये भी खूब चर्चा में है. इस नियम से अंपायरों को काफी सहूलियत मिलने वाली है. ईएसपीएन क्रिकइन्फो के मुताबिक, अब से टीवी अंपायर और हॉक-आई ऑपरेटर एक ही कमरे में बैठेंगे। इससे टीवी अंपायरों को फैसले देने में काफी मदद मिलेगी.

दरअसल, अब तक यही होता आया है कि टीवी अंपायर और हॉक-आई के बीच टीवी ब्रॉडकास्ट डायरेक्टर काफी अहम होता था. प्रसारण निदेशक निर्णय देने के लिए टीवी अंपायर को हॉक-आई से सभी फुटेज प्रदान करता था। लेकिन अब टीवी प्रसारण निदेशक की भूमिका ख़त्म हो जाएगी.

TV अंपायर और होक-आई ऑपरेटर एक साथ बैठेंगेहॉhकgहॉक

CSK vs RCB : अब से टीवी अंपायर और हॉक-आई ऑपरेटर एक ही कमरे में बैठेंगे। इस तरह स्मार्ट रीप्ले सिस्टम के तहत टीवी अंपायर को अब सीधे हॉक-आई ऑपरेटर्स से जानकारी मिल जाएगी. अंपायर को हॉक-आई के आठ हाई स्पीड कैमरों से तस्वीरें मिलेंगी, जिससे निर्णय देने में आसानी होगी। साथ ही नए नियम से टीवी अंपायर को ज्यादा विजुअल देखने की सुविधा मिलेगी, लेकिन पहले ऐसा संभव नहीं था.

इस नियम को आप ऐसे समझ सकते हैं- अगर किसी फील्डर ने बाउंड्री पर कैच पकड़ा है तो उस स्थिति में पहले टीवी ब्रॉडकास्टर्स स्प्लिट स्क्रीन पर फील्डर के दोनों हाथ और पैर एक साथ नहीं दिखा पाते थे. लेकिन अब नई प्रणाली के तहत, अंपायर के पास गेंद को पकड़ने, छोड़ने के साथ-साथ पैरों के फुटेज भी एक ही स्प्लिट स्क्रीन पर होंगे। इससे सही और त्वरित निर्णय देने में आसानी होगी.

इस नियम को एक अन्य उदाहरण से इस तरह समझा जा सकता है – जब कोई ओवरथ्रो होता है और यह चौका चला जाता है, तो उस स्थिति में अंपायर उसी स्प्लिट स्क्रीन में देख सकता है कि फील्डर ने गेंद कब छोड़ी, फिर क्या दोनों बल्लेबाजों ने बदलाव किया था ख़त्म होता है या नहीं. ऐसा ही एक मामला 2019 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल के दौरान देखने को मिला था, जो काफी विवादित रहा था.

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